BHU की बड़ी सफलता तीन अद्वितीय जींस की खोज । Big breakthrough of BHU, discovery of three unique genes । Fact On Web


discovery of three unique genes

बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU), वनस्पति विज्ञान विभाग और अन्य संस्थानों के शोधकर्ताओं ने एक बहुत बड़ी सफलता प्राप्त की है इन्होंने कवक के तीन अद्वितीय जींस की खोज की है जो वर्गीकरण की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है इसकी पुष्टि शोध कार्य 16 मार्च 2023 को जर्मन माइकोलॉजिकल सोसाइटी, जर्मनी की एक बहुत ही प्रतिष्ठित पत्रिका माइकोलॉजिकल प्रोग्रेस (German Mycological Society, Germanyमें प्रकाशित किया गया था।

शोध दल का नेतृत्व बीएचयू के वरिष्ठ सहायक प्रोफेसर राघवेंद्र सिंह कर रहे हैं इन तीनों नई जींस का नाम नियोएर्वुलोसेप्टोरिया(Neoacervuloseptoria), नियोसेरकोस्पोरेला (Neocercosporella) and नियोरामुलारियोप्सिस(Neoramulariopsis) रखा गया है यह कवक परजीवी के रूप में मध्य प्रदेश के जंगलों से दिसंबर 2019 में पेरिसट्रोपी बाइकलकुलता नामक पौधे से प्राप्त हुए थे।

Three new lineages in Mycosphaerellaceae; full research team

  • Sanjay Yadav - Banaras Hindu University Faculty of Science 
  • Raghvendra Singh - Centre of Advanced Study in Botany, Institute of Science, Banaras Hindu University, Varanasi, U,P, India 
  • Sanjeet Kumar Verma - Banaras Hindu University Faculty of Science Gargee Singh DDU Gorakhpur University: Deen Dayal Upadhyaya Gorakhpur University 
  • Prakash Kushwaha - Madhav Shiksha Mahavidyalaya.

प्रयोगशाला में फंगस के अध्ययन के बाद जींस की खोज की गई है इसकी खोज में आणविक जीव विज्ञान और इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कॉपी जैसी आधुनिक तकनीकी का उपयोग किया गया है  जो सूक्ष्म जीवों की पहचान करने के लिए सबसे उपयुक्त मापदंड माने जाते हैं।

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