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चंद्रयान-3 के बारे में आश्चर्यजनक तथ्य: Fact On Web
चंद्रयान-3(Chandrayaan-3) के बारे में आश्चर्यजनक तथ्य
- चंद्रयान-3 का नामकरण संस्कृत के शब्द "चंद्र" (चांद) और "यान" (यान) से हुआ है, जिसका अर्थ है "चांद का यान"।
- चंद्रयान-3 का लॉन्च 14 जुलाई 2023 को दोपहर 2:35 बजे श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से किया गया था।
- चंद्रयान-3 का उद्देश्य चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग करना और वहां वैज्ञानिक प्रयोग करना है।
- चंद्रयान-3 में एक लैंडर और एक रोवर है। लैंडर को विक्रम नाम दिया गया है और रोवर को प्रज्ञान नाम दिया गया है।
- विक्रम लैंडर का वजन 1752 किलोग्राम है और यह चांद की सतह पर 2 टन का भार उठा सकता है।
- प्रज्ञान रोवर का वजन 27 किलोग्राम है और यह चांद की सतह पर 5 किलोमीटर तक की दूरी तक जा सकता है।
- चंद्रयान-3 के मिशन का समय 50 दिन का है।
- चंद्रयान-3 मिशन की लागत 615 करोड़ रुपए है।
- चंद्रयान-3 का मिशन भारत के चंद्र अन्वेषण कार्यक्रम का हिस्सा है।
- चंद्रयान-3 के पहले दो मिशन, चंद्रयान-1 और चंद्रयान-2, सफल रहे थे।
- चंद्रयान-3 के लैंडर, विक्रम, का नाम भारतीय वैज्ञानिक विक्रम साराभाई के नाम पर रखा गया है।
- चंद्रयान-3 के रोवर, प्रज्ञान, का नाम संस्कृत शब्द "प्रज्ञा" (ज्ञान) से लिया गया है।
- चंद्रयान-3 के मिशन का लक्ष्य चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पानी की खोज करना है।
- चंद्रयान-3 के मिशन के सफल होने से भारत अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक और बड़ी उपलब्धि हासिल करेगा।
- चंद्रयान-3 के मिशन में छह पेलोड हैं। ये पेलोड चांद की सतह का अध्ययन करने, वहां मौजूद पानी का पता लगाने और चांद के वातावरण का अध्ययन करने के लिए हैं।
- चंद्रयान-3 के मिशन के सफल होने से भारत को अंतरिक्ष में और आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।
- चं
- चंद्रयान-3 के मिशन के सफल होने से भारत दुनिया के उन कुछ देशों में शामिल हो जाएगा, जिन्होंने चांद पर लैंडिंग की है।
- चंद्रयान-3 के मिशन के सफल होने से भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम को एक नई दिशा मिलेगी।
- चंद्रयान-3 के मिशन से भारत के युवाओं को अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए प्रेरणा मिलेगी।
- चंद्रयान-3 के मिशन से भारत की अंतरिक्ष एजेंसी, इसरो, को और अधिक विश्वसनीयता मिलेगी।
- चंद्रयान-3 के मिशन को सफल बनाने के लिए इसरो ने कई नई तकनीकों का इस्तेमाल किया है।
- चंद्रयान-3 के लैंडर, विक्रम, में एक नया इंजन लगा है, जो उसे चांद की सतह पर सुरक्षित लैंडिंग कराने में मदद करेगा।
- चंद्रयान-3 के रोवर, प्रज्ञान, में एक नया सेंसर लगा है, जो उसे चांद की सतह पर पानी की मौजूदगी का पता लगाने में मदद करेगा।
- चंद्रयान-3 के मिशन में एक नई तकनीक का इस्तेमाल किया गया है, जिससे इसरो को चांद की सतह पर 3D इमेज प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
- द्रयान-3 के मिशन से भारत को अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नए अवसर मिलेंगे।
- चंद्रयान-3 के मिशन से भारत की अंतरिक्ष एजेंसी, इसरो, को और अधिक प्रसिद्धि मिलेगी।
- चंद्रयान-3 के मिशन का सफल होना भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर होगा।
- चंद्रयान-3 के मिशन से भारत को अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक मजबूत आधार मिलेगा।
- चंद्रयान-3 के मिशन से भारत को अंतरिक्ष में और आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा मिलेगी।
- चंद्रयान-3 के मिशन से भारत के युवाओं को अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।
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